अरवल । डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रपति दान कर देते थे आधे से अधिक वेतन सत्येन्द्र रंजन
। लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के ज़िला कार्यालय में शिक्षक दिवस के अवसर पर डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती उनके तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर जयंती समारोह श्रद्धा पूर्वक के साथ मनाई गई । जयंती समारोह की अध्यक्षता लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र रंजन ने किया । जयंती समारोह को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र रंजन ने कहा कि डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति के संवाहक , प्रख्यात शिक्षाविद , लेखक , महान दार्शनिक एवं भारत के दूसरे राष्ट्रपति थे ।

उनके इन्हीं गुणों के कारण वर्ष 1954 में भारत सरकार ने उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान भारतरत्न से अंलकृत किया था । उनका जन्मदिन 5 सितम्बर को पूरे भारत वर्ष में प्रति वर्ष शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है । उनका मानना था कि एक शिक्षक का योगदान समाज के विकास में बहुत महत्वपूर्ण होता है । उनके छात्रों ने जब उनसे उनकी जन्मदिन मनाने की इच्छा जताई तो उन्होंने कहा कि मेरे जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाये । इस प्रकार 5 सितम्बर 1962 को डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रपति बनने के उपरांत उनके सम्मान में इस दिन से शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की परंपरा शुरू हुई । राष्ट्रपति के रूप में मिलने वाले वेतन को डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन आधे से अधिक प्रधानमंत्री राहत कोष में दान कर देते थे । शिक्षा के जगत में उनके द्वारा किये गये अतुलनीय योगदान और उपलब्धियों को याद कर पूरा देश उनके जयंती के अवसर पर शिक्षक दिवस श्रद्धा पूर्वक मनाया जा रहा है । जयंती समारोह के मौके पर ज़िला उपाध्यक्ष नरेश पासवान , ज़िला प्रचार – प्रसार प्रमुख रमेश रजक , अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष रविन्द्र चंद्रवंशी , अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष जसीम अहमद , पंचायतीराज प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार , ज़िला महासचिव रामानंद भगत , अरवल प्रखंड अध्यक्ष सुनील कुमार , वंशी प्रखंड अध्यक्ष महावीर पासवान सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए ।