वर्तमान समय में गरीब असलम बस्तियों में रहने वाले लोग मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं: पूर्व डीआईजी

वर्तमान समय में गरीब असलम बस्तियों में रहने वाले लोग मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं: पूर्व डीआईजी
कुर्था, वर्तमान समय में गरीब असलम बस्तियों में रहने वाले लोग मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। उक्त बातें पूर्व डीआईजी सह राजद नेता संजय रंजन ने कहीं। वही उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाएं अभी तक गांव तक नहीं पहुंच पा रही है। यही वजह है कि असलम बस्तियों में रहने वाले लोग विकास की किरण से हफ़ूज है। उदाहरण के स्वरूप उन्होंने कहा कि कुर्था से दक्षिणी इलाके में जो महादलित टोला है आज भी उनके जीवन शैली वही है जो तीस वर्ष पूर्व था। यहां सड़क, नाली व पेयजल जैसी समस्या से ग्रामीण जूझ रहे हैं। स्वच्छता की झलक कहीं भी दिखाई नहीं देती है। बहुत सारे गरीब टूटे खपरैल व पन्नी तानकर रह रहे हैं। वही उन्होंने मतदाता पूर्णिक्षण के मामले में कहा कि हमारे संविधान के यह खूबसूरती है कि एक वोट गरीब दलित को देने का हक है तो वही एक वोट दुसरे जाति धर्म के लोगो को लेकिन उनके हक के छीना नही जा सकता है इस अधिकार को छीनना कही से उचित नहीं है। वही उन्होंने कहा कि भारत के लोकतंत्र में जो गरीबों का हक है वही हक अमीरों का भी है लेकिन हक मांगने का रूप लोकतांत्रिक हो व जिससे समाज के हर तबके को लाभ मिल सके।
				
					



