“शिक्षा के दीपस्तंभ को भावपूर्ण श्रद्धांजलि – स्व. गोपाल शरण बौद्ध की प्रथम पुष्पांजलि सभा एवं प्रतिमा स्थापना”
अरवल। स्वर्गीय गोपाल शरण बौद्ध की प्रथम पुष्पांजलि सभा एवं पुण्यतिथि समारोह आज भावुक माहौल में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में अरवल के विधायक महानंद सिंह, स्व. गोपाल शरण की पत्नी अमृता शरण, सामाजिक कार्यकर्ता एवं क्षेत्र के गणमान्य लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। इस अवसर पर बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापना के साथ-साथ स्व. गोपाल शरण बौद्ध की प्रतिमा का भी अनावरण किया गया।स्व. गोपाल शरण बौद्ध, जो गोपाल शरण मिडिल हाई स्कूल के हेड मास्टर के पद से सेवानिवृत्त हुए थे, शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व थे। उन्होंने अपने पूरे जीवन को गरीब और वंचित वर्ग के बच्चों की शिक्षा के लिए समर्पित किया। वे छात्रों में अनुशासन, नैतिकता और संघर्षशीलता की भावना जगाने के लिए जाने जाते थे। लंबी बीमारी के कारण उनका निधन हो गया, जिससे शिक्षा जगत और समाज ने एक सच्चा मार्गदर्शक खो दिया।समारोह में वक्ताओं ने कहा कि स्व. गोपाल शरण बौद्ध न केवल एक उत्कृष्ट शिक्षक थे, बल्कि समाज में समानता और भाईचारे के प्रबल समर्थक भी थे। वे बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों से गहराई से प्रेरित थे और अपने जीवन में उन्हें आत्मसात किया।कार्यक्रम के अंत में उपस्थित लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया। इस अवसर पर विद्यालय प्रांगण में विद्यार्थियों और शिक्षकों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी ऐतिहासिक बना दिया
				
					




