
बाल विवाह एक अभिशाप है। भूसड़ा पंचायत में चलाया गया जागरूकता अभियान
अरवल प्रखंड के भूसड़ा पंचायत एवं ग्राम में “बाल विवाह मुक्त भारत अभियान” के तहत विकास पथ विक्रम की टीम द्वारा एक जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अभियान का उद्देश्य था बच्चों को उनके “जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन” के बारे में जानकारी देना और “एक्सेस टू जस्टिस” यानी न्याय तक पहुंच को मजबूत करना।
इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता जीनत प्रवीण और चंचल कुमारी ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि बाल विवाह एक सामाजिक अभिशाप है, जो बच्चों के शिक्षा, स्वास्थ्य और भविष्य पर गहरा नकारात्मक प्रभाव डालता है। उन्होंने लोगों को समझाया कि भारतीय कानून में बाल विवाह एक दंडनीय अपराध है और इससे बच्चों के जीवन पर गंभीर असर पड़ता है।
ग्रामीण महिलाओं, किशोरियों और पुरुषों ने भी इस अभियान में उत्साहपूर्वक भाग लिया। सभी को बाल विवाह से होने वाले नुकसान और इसके खिलाफ उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी दी गई। विकास पथ विक्रम की टीम ने संकल्प दिलाया कि भूसडा पंचायत को बाल विवाह से मुक्त बनाना है।
यह अभियान समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है।
				
					



